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書誌事項
पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला
पार्श्वनाथ शोध संस्थान , सोहनलाल जैनधर्म प्रचारक समिति
- タイトル別名
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Parshvanath Vidyashram series
Parśvanatha Vidyaśrama series
P. V. Research Series
P. V. Research Institute series
पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थ माला
- タイトル読み
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पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थ माला
Pārśvanātha Vidyāśrama granthamālā
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注記
v. <15 ... etc.> has imprint: prakāśaka, Sohanalāla Jainadharṃa Pracāraka Saṃsthāna, Amr̥tasara ; prāpti-sthāna, Pārśvanātha Vidyāśrama Śodha Saṃsthāna, Vārāṇasī
PUB: Amr̥tasara : Sohanalāla Jainadharma Pracāraka Samiti
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1
- Universal message of Lord Mahāvīra
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Dulichand Jain
Parshwanath Vidyapeeth 2005 पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला no. 149
所蔵館1館
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2
- लाक्षणिक साहित्य
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लेखक, अंबालाल प्रे॰ शाह ; सम्पादक, दलसुख मालवणिया, मोहनलाल मेहता
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान : हिन्दू यूनिवर्सिटी 1993 2. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 14 . जैन साहित्य का बृहद् इतिहास||||Jaina sāhitya kā br̥had itihāsa ; भाग 5
所蔵館1館
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3
- कर्म-साहित्य व आगमिक प्रकरण
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लेखक, मोहनलाल मेहता व हीरालाल र॰ कापड़िया ; सम्पादक, दलसुख मालवणिया, मोहनलाल मेहता
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1991 2. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 12 . जैन साहित्य का बृहद् इतिहास||||Jaina sāhitya kā br̥had itihāsa ; भाग 4
所蔵館1館
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4
- जैन तीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन : विविध तीर्थकल्प के संदर्भ में
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लेखक, शिवप्रसाद
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1991 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 56
所蔵館1館
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5
- मध्यकालीन राजस्थान में जैनधर्म
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लेखिका, राजेश जैन
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1991-92 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 61
所蔵館1館
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6
- जैनधर्म की प्रमुख साध्वियाँ एवं महिलाएँ
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भूमिका, सागरमल जैन ; लेखक, हीराबाई बोरदिया
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1991 पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 57
所蔵館1館
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7
- Theory of reality in Jaina philosophy
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by Jogendra Chandra Sikdar
P.V. Research Institute 1991 1st ed पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला no. 58
所蔵館4館
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8
- The doctrine of Karman in Jain philosophy
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by Helmuth von Glasenapp ; translated from the original German by G. Barry Gifford ; and revised by the author ; edited by Hiralal R. Kapadia
P.V. Research Institute 1991 पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 60
所蔵館4館
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9
- Jaina epistemology
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by Indra Chandra Shastri
P.V. Research Institute 1990 1st ed पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला no. 50
所蔵館6館
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10
- आगमिक व्याख्याएँ
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लेखक, मोहनलाल मेहता ; सम्पादक, दलसुख मालवणिया, मोहनलाल मेहता
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1989 2. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 11 . जैन साहित्य का बृहद् इतिहास||||Jaina sāhitya kā br̥had itihāsa ; भाग 3
所蔵館1館
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11
- अङ्गबाह्य आगम
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लेखक, जगदीशचन्द्र जैन, मोहनलाल मेहता ; सम्पादक, दलसुख मालवणिया, मोहनलाल मेहता
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1989 2. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 7 . जैन साहित्य का बृहद् इतिहास||||Jaina sāhitya kā br̥had itihāsa ; भाग 2
所蔵館1館
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12
- अङ्ग आगम
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लेखक, बेचरदास दोशी ; सम्पादक, दलसुख मालवणिया, मोहनलाल मेहता
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1989 2. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 6 . जैन साहित्य का बृहद् इतिहास||||Jaina sāhitya kā br̥had itihāsa ; भाग 1
所蔵館1館
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13
- जैन मेघदूतम् : महीमेरुगणिकृत बालावबोघवृत्ति, विस्तृत भूमिका एवं हिन्दी अनुवाद समन्वित
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मेरुतुङ्गकृत ; भूमिका लेखक एवं वृत्तिसम्पादक, रविशंकर मिश्र
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1989 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 51
所蔵館1館
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14
- स्याद्वाद और सप्तभंगीनय : आधुनिक व्याख्या
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भूमिका लेखक, सागरमल जैन ; लेखक, भिखारीराम यादव
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1989 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 47
所蔵館1館
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15
- हिन्दी जैन साहित्य का बृहद् इतिहास
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शितिकण्ठ मिश्र
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1989- 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 53
भाग 1
所蔵館1館
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16
- Jainism : the oldest living religion
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by Jyoti Prasad Jain
P. V. Research Institute 1988 2nd ed पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 44
所蔵館1館
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17
- आचारांगसूत्र, एक अध्ययन
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परमेष्ठीदास जैन
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1987 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 37
所蔵館1館
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18
- मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन
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फूलचन्द जैन प्रेमी
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान 1987 1. संस्करण पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 40
所蔵館1館
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19
- Lord Mahāvīra : a study in historical perspective
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by Bool Chand ; with an introduction by Sagarmal Jain
P.V. Research Institute 1987 2nd ed पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 39
所蔵館1館
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20
- Concept of matter in Jaina philosophy
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by Jogendra Chandra Sikdar
P.V. Research Institute [1987] पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला 38
所蔵館1館