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書誌事項
जीवराज जैन ग्रंथमाला
जैन संस्कृति-संरक्षक-संघ
- タイトル別名
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जीवराज-जैन-ग्रंथमाला
Jīvarāja-Jaina-granthamālā
Jīvarāja Jaina graṃthamālā
Jivaraja Jaina granthamala
Jīvarāja Jain granthamālā
Jivaraj Jain Granthamala
जीवराज जैन ग्रंथ माला
- タイトル読み
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जीवराज जैन ग्रंथ माला
Jīvarāja Jaina granthamālā
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注記
Imprint in English: Solapur : Jain Sanskriti Sanrakshaka Sangh
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- क्षुद्रकबंध : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादितानि
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ग्रंथसम्पादकः, हीरालालो जैनः ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्रः सिध्दान्तशास्त्री, बालचन्द्रः सिध्दान्तशास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2002 संशोधित 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 7 . षट्खंडागमः : श्रीवीरसेनाचार्य-विरचित-धवला-टीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलि-प्रणीतः||षट् खंड आगमः : श्री वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Śrīvīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 2
所蔵館1館
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22
- द्रव्यप्रमाणानुगमः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादितानि
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ग्रंथसम्पादकः, हीरालालो जैनः ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्रः सिध्दान्तशास्त्री, बालचन्द्रः सिध्दान्तसास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2002 संशोधित 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 3 . षट्खंडागमः : श्री वीरसेनाचार्य-विरचित-धवला-टीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलि प्रणीतः||षट् खंड आगमः : श्री वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Śrī Vīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 1 . जीवस्थान||जीव स्थान||Jīvasthāna ; भाग 2
所蔵館1館
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23
- पद्मनन्दि पंचविंशतिः : धार्मिक और नैतिक २६ प्रकरणों का संग्रह : अज्ञातकर्तृक संस्कृत टीका सहित आलोचनात्मक रीति से सम्पादित
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सम्पादक तथा आनुवाद, बालचन्द्र
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2001 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला पुष्प नं. 10
所蔵館1館
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24
- श्री-रामचंद्र मुमुक्षु-विरचितं पुण्यास्रवकथाकोशम् : आलोचनात्मक रीतिसे प्रस्तावना व परिशिष्ट आदि सहित
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सम्पादक तथा अनुवादक, बालचंद्र सिध्दान्तशास्त्री [i.e. सिद्धान्तशास्त्री]
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2001 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला हिन्दी विभाग ; पुष्प 14
所蔵館2館
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- Ethical doctrines in Jainism
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by Kamal Chand Sogani
Jaina Samskriti Samrakshaka Sangha 2001 जीवराज जैन ग्रंथमाला no. 19
所蔵館2館
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- Jainism in South India and some Jaina epigraphs
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by P.B. Desai
Jaina Samskriti Samrakshaka Sangha 2001 जीवराज जैन ग्रंथमाला no. 6
所蔵館2館
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- सम्यक्त्व-कौमुदी : सम्यक्त्वोत्पादक २२ कथांचा सुंदर सचित्र संग्रह
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लेखक, सुभाषचंद्र अक्कोळे
जैन संस्कृती संरक्षक संघ 2000 6. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला मराठी विभाग ; पुष्प 10
所蔵館1館
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- सत्प्ररूपणा
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ग्रंथसंपादकः, हीरालालो जैनः ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्रः सिद्धान्तशास्त्री, बालचन्द्रः सिद्धान्तशास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2000 संशोधित आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 1-2 . षट्खंडागमः : वीरसेनाचार्य-विरचित-धवलाटीका समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलिप्रणीतः||षट् खण्ड आगमः : वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः ||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Vīrasenācārya-viracita-Dhavalāṭīkā samanvitaḥ ; 1. खंड . जीवस्थान||जीव स्थान||Jīvasthāna ; भाग 1
[1] , [2]
所蔵館1館
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- धर्मरत्नाकरः : अर्थबोधक-टिप्पणी-आलोचनात्मक-प्रस्तावना-परिशिष्ट-आदिभिः समेतः
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जयसेन-विरचितः ; संपादक, आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये ; हिन्दी अनुवादक, जिनदास पार्श्वनाथ फडकुले
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2000 2. आवृत्ती जीवराज जैन ग्रंथमाला हिन्दी विभाग ; पुष्प 24
所蔵館2館
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- पांडव-पुराण : जैन-महाभारत
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शुभचंद्राचार्य विरचित ; अनुवादक-संपादक, जिनदास फडकुले शास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1999 3. आवृत्ती जीवराज जैन ग्रंथमाला हिंदी विभाग ; पुष्प 4
所蔵館1館
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- अन्तर ; भाव ; अल्पबहुत्वानुगमाः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादिताः
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ग्रंथसम्पादकः, हीरालाल जैनः ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री, बालचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1998 संशोधित 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 5 . षट्खंडागमः : वीरसेनाचार्य-विरचित-धवलाटीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलिप्रणीतः||षट् खंड आगमः : वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Vīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 1 . जीवस्थान||जीव स्थान||Jīvasthāna ; भाग 6-8
所蔵館1館
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- भरतेश वैभव
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रत्नाकारविरचित ; संपादक व अनुवादक, वर्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1997- संशोधित संस्करण जीवराज जैन ग्रंथमाला हिंदी विभाग ; पुष्प 42,
42अ, 44 1. भाग , 2. भाग , 4. भाग
所蔵館1館
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33
- संस्कृत सागार-धर्मामृत : मराठी अनुवाद (संस्कृत टीका, अन्वयार्थ, अर्थ, भावार्थासहित)
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आशाधरजी विरचित ; अनुवाद व संपादन, धन्यकुमार जैनी
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1997 1. आवृत्ती जीवराज जैन ग्रंथमाला मराठी विभाग ; पुष्प-100
所蔵館1館
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- क्षेत्र ; स्पर्शन ; कालानुगमाः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादिताः
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ग्रंथसम्पादक, हीरालाल जैन ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री, बालचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1996 संशोधित 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 4 . षट्खंडागमः : वीरसेनाचार्य-विरचित-धवलाटीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलिप्रणीतः||षट् खंड आगमः : वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Vīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 1 . जीवस्थान||जीव स्थान||Jīvasthāna ; भाग 3-5
所蔵館1館
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- श्रावकोत्तम ब्र. जीवराज गौतमचंद दोशी : जीवन व कार्य
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लेखक, सुभाषचंद्र अक्कोळे
जैन संस्कृती संरक्षक संघ 1994 1. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला मराठी विभाग ; पुष्प 91
所蔵館1館
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- भरतेश वैभव
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रत्नाकारविरचित ; संपादक व अनुवादक, वर्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1994 5. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला हिंदी विभाग ; पुष्प 43 वे
3. भाग
所蔵館1館
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- चूलिका : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादिता
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ग्रंथसम्पादकः, हीरालालो जैनः ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री, बालचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 2014 संशोधित 5. संस्करण जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 6 . षट्खंडागमः : श्रीवीरसेनाचार्य-विरचित-धवला-टीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलिप्रणीतः||षट् खंड आगमः : श्री वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Śrīvīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 1 . जीवस्थान||जीव स्थान||Jīvasthāna
所蔵館1館
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- चूलिका : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेक परिशिष्टैः सम्पादिता
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ग्रंथसम्पादकः, हीरालालो जैनः ; सहसम्पादकौ, फूलचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री, बालचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1993 संशोधित 3. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 6 . षट्खंडागमः : श्रीवीरसेनाचार्य-विरचित-धवला-टीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलिप्रणीतः||षट् खंड आगमः : श्री वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Śrīvīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 1 . जीवस्थान||जीव स्थान||Jīvasthāna
所蔵館1館
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- वेदनानिक्षेप ; वेदनानयविभाषणता ; वेदनानामविधान ; वेदनाद्रव्यविधानानुयोगद्वाराणि
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सम्पादक, फूलचन्द्र सिध्दान्त शास्त्री
जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1992 संशोधित 2. आवृत्ति जीवराज जैन ग्रंथमाला धवला-पुष्प 10 . षट्खंडागमः : श्रीवीरसेनाचार्य-विरचित-धवला-टीका-समन्वितः / पुष्पदन्त-भूतबलि-प्रणीतः||षट् खंड आगमः : श्री वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः||Ṣaṭkhaṇḍāgamaḥ : Śrīvīrasenācārya viracita Dhavalā ṭīkā samanvitaḥ ; खंड 4 . वेदनानामधेये||वेदना नामधेये||Vedanānāmadheye ; भाग 1-4
所蔵館1館
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- बारसाणुपेक्खा
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कुंदकुंदविरचित ; अनुवादक, नरेन्द्रकुमार भिसीकरशास्त्री
शेठ अरविंद रावजी, अध्यक्ष, जैन संस्कृति संरक्षक संघ 1989 1. आवृत्ती जीवराज जैन ग्रंथमाला हिंदी विभाग पुष्प 46
所蔵館1館