देवानन्दमहाकाव्य : टिप्पणी-आदि समलंकृत तथा ग्रन्थकार-परिचय, सरल हिंदी सारार्थ आदि समन्वित
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देवानन्दमहाकाव्य : टिप्पणी-आदि समलंकृत तथा ग्रन्थकार-परिचय, सरल हिंदी सारार्थ आदि समन्वित
(सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थांक 7)
सिंघी जैन ग्रन्थमाला, 1937
1. आवृत्ति
- タイトル別名
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Devānandamahākāvya of Śrī Meghavijayopādhyāya
देवानन्द महा काव्य : टिप्पणी-आदि समलंकृत तथा ग्रन्थकार-परिचय, सरल हिंदी सारार्थ आदि समन्वित
- タイトル読み
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देवानन्द महा काव्य : टिप्पणी-आदि समलंकृत तथा ग्रन्थकार-परिचय, सरल हिंदी सारार्थ आदि समन्वित
Devānandamahākāvya : ṭippaṇī-ādi samalaṅkr̥ta tathā granthakāra-paricaya, sarala Hindī sārārtha ādi samanvita
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注記
In Sanskrit; prefatory matter in Hindi
Added t.p. in English
"Critically edited in the original Sanskrit from an old mss. with notes, index and Hindi introduction, summary etc. by Bechardās J. Doshi"--Added t.p
PUB: Ahmedabad : Siṅghī Jaina Granthamālā
Summary: Verse biography of Vijayadevasūri, 1577-1656, Jain leader
Includes bibliographical references and index