न्यायबिन्दुप्रकरणम् : आर्यविनीतदेव-धर्मोत्तरकृतटीकाभ्यां समुपवृंहितम् : प्रत्यक्षपरिच्छेदपर्यन्तं च अज्ञातकर्तृक-धर्मोत्तरटीकाटिप्पणीसनाथम् (हिन्दी-इंग्लिशरूपान्तरसहितं च)
Author(s)
Bibliographic Information
न्यायबिन्दुप्रकरणम् : आर्यविनीतदेव-धर्मोत्तरकृतटीकाभ्यां समुपवृंहितम् : प्रत्यक्षपरिच्छेदपर्यन्तं च अज्ञातकर्तृक-धर्मोत्तरटीकाटिप्पणीसनाथम् (हिन्दी-इंग्लिशरूपान्तरसहितं च)
(बौद्धभारतीग्रन्थमाला, 18 . धर्मकीर्त्तिनिबन्धावलिः = Dharmakirtti nibandhavali||धर्मकीर्त्ति निबन्ध आवलिः||Dharmakīrttinibandhāvaliḥ ; 3)
बौद्धभारती, 1994
2. संस्करण
- Other Title
-
Nyāyabindu of Acharya Dharmakirtti : with the commentaries by Arya Vinitadeva & Dharmottara & Dharmottar-tika-tippani
न्यायबिन्दुप्रकरणम् (टीकानुटीकोपेतम्)
न्यायबिन्दुप्रकरणम्:टीकात्रयोपेतम्
न्याय बिन्दु प्रकरणम् : आर्य विनीतदेव धर्मोत्तर कृत टीकाभ्याम् समुपवृंहितम् : प्रत्यक्ष परिच्छेद पर्यन्तम् च अज्ञात कर्तृक धर्मोत्तर टीका टिप्पणी सनाथम् (हिन्दी इंग्लिश रूपान्तर सहितम् च)
न्याय बिन्दु प्रकरणम् (टीका अनुटीका उपेतम्)
न्याय बिन्दु प्रकरणम् : टीका त्रय उपेतम्
धर्मकीर्त्ति निबन्ध आवलिः
- Title Transcription
-
न्याय बिन्दु प्रकरणम् : आर्य विनीतदेव धर्मोत्तर कृत टीकाभ्याम् समुपवृंहितम् : प्रत्यक्ष परिच्छेद पर्यन्तम् च अज्ञात कर्तृक धर्मोत्तर टीका टिप्पणी सनाथम् (हिन्दी इंग्लिश रूपान्तर सहितम् च)
Nyāyabinduprakaraṇam : Āryavinītadeva-Dharmottarakr̥taṭīkābhyāṃ samupavr̥ṃhitam : pratyakṣaparicchedaparyantaṃ ca ajñātakartr̥ka-Dharmottaraṭīkāṭippaṇīsanātham (Hindī-Iṅgliśarūpāntarasahitaṃ ca)
- Uniform Title
-
Nyāyabindu
Available at / 4 libraries
-
No Libraries matched.
- Remove all filters.
Search this Book/Journal
Note
Text and pref. in Sanskrit; summaries in Hindi and English
Added t.p. in English
"Edited by Swami Dwarikadas Shastri"--Added t.p
Summary: Aphoristic work, with commentaries, on Buddhist epistemology and logic
PUB:Varanasi : Bauddha Bharati