भगवई विआहपण्णत्ती
Author(s)
Bibliographic Information
भगवई विआहपण्णत्ती
जैन विश्व भारती संस्थान, 1994-
1. संस्करण
- खण्ड 1
- खण्ड 2
- खण्ड 5
- Other Title
-
Bhagawai Viahapaṇṇattī
Bhagawaī Viāhapaṇṇattī
- Title Transcription
-
Bhagavaī Viāhapaṇṇattī
- Uniform Title
Available at / 4 libraries
-
Tokyo University of Foreign Studies Library
खण्ड 2I2/129/603997/20000603997,
खण्ड 5I2/129/603997/50000753152 -
No Libraries matched.
- Remove all filters.
Note
Hindi, Prakrit, and Sanskrit
Summary: Jaina canonical text; Prakrit text with Hindi and Sanskrit translation; includes Sanskrit commentaries by Abhayadevasūri, 11th cent. and Jinadāsa Mahattara
खण्ड 1. शतक 1, 2 -- खण्ड 2. शतक 3-7 -- खण्ड 5. शतक 17-20
Includes bibliographical references and indexes
खण्ड 1: mūlapāṭha, Saṃskr̥ta chāyā, Hindī anuvāda, bhāṣya, tathā pariśiṣṭa-śabdānukrama ādi, Jinadāsa Mahattara kr̥ta Cūrṇi evaṃ Abhayadevasūrikr̥ta vr̥tti sahita
खण्ड 2: मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद, भाष्य तथा आभयदेवसूरिकृत वृत्ति एवं परिशिष्ट-शब्दानुक्रम आदि सहित
खण्ड 5: मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद, भाष्य तथा आभयदेवसूरिकृत वृत्ति एवं परिशिष्ट-शब्दानुक्रम-आदि-सहित
खण्ड 5: वाचना-प्रमुख, आचार्य तुलसी ; भाष्यकार, आचार्य महाप्रज्ञ ; प्रधान संपादक, आचार्य महाप्रज, आचार्य महाश्रमण ; सम्पादक, सह-भाष्यकार, मुनि महेन्द्र कुमार