भगवई विआहपण्णत्ती

Bibliographic Information

भगवई विआहपण्णत्ती

वाचना-प्रमुख, गणाधिपति तुलसी ; संपादक, भाष्यकार, आचार्य महाप्रज्ञ

जैन विश्व भारती संस्थान, 1994-

1. संस्करण

  • खण्ड 1
  • खण्ड 2
  • खण्ड 5

Other Title

Bhagawai Viahapaṇṇattī

Bhagawaī Viāhapaṇṇattī

Title Transcription

Bhagavaī Viāhapaṇṇattī

Uniform Title

Jaina Āgama. Aṅga. Bhagavaī

Available at  / 4 libraries

Search this Book/Journal

Note

Hindi, Prakrit, and Sanskrit

Summary: Jaina canonical text; Prakrit text with Hindi and Sanskrit translation; includes Sanskrit commentaries by Abhayadevasūri, 11th cent. and Jinadāsa Mahattara

खण्ड 1. शतक 1, 2 -- खण्ड 2. शतक 3-7 -- खण्ड 5. शतक 17-20

Includes bibliographical references and indexes

खण्ड 1: mūlapāṭha, Saṃskr̥ta chāyā, Hindī anuvāda, bhāṣya, tathā pariśiṣṭa-śabdānukrama ādi, Jinadāsa Mahattara kr̥ta Cūrṇi evaṃ Abhayadevasūrikr̥ta vr̥tti sahita

खण्ड 2: मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद, भाष्य तथा आभयदेवसूरिकृत वृत्ति एवं परिशिष्ट-शब्दानुक्रम आदि सहित

खण्ड 5: मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद, भाष्य तथा आभयदेवसूरिकृत वृत्ति एवं परिशिष्ट-शब्दानुक्रम-आदि-सहित

खण्ड 5: वाचना-प्रमुख, आचार्य तुलसी ; भाष्यकार, आचार्य महाप्रज्ञ ; प्रधान संपादक, आचार्य महाप्रज, आचार्य महाश्रमण ; सम्पादक, सह-भाष्यकार, मुनि महेन्द्र कुमार

Details

Page Top