रिष्टसमुच्चय : प्राकृतमूल-संस्कृतच्छाया-आंग्लभाषानुवाद-विस्तृत प्रस्तावना-टिप्पणी-शब्दकोषादि समन्वित

書誌事項

रिष्टसमुच्चय : प्राकृतमूल-संस्कृतच्छाया-आंग्लभाषानुवाद-विस्तृत प्रस्तावना-टिप्पणी-शब्दकोषादि समन्वित

दुर्गदेवाचार्यरचित ; संपादक, अमृतलाल सवचन्द गोपाणी ; एच्. डी. वेलनकर लिखित परस्तावनालंकृत

(सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थाङ्क 21)

भारतीयविद्याभवन, 1945

1. आवृत्ति

タイトル別名

The Riṣṭasamuccaya of Durgadeva

Riṣṭasamuccaya : Prākr̥tamūla-Saṃskr̥tacchāyā-Āṅglabhāṣānuvāda-vistr̥ta prastāvanā-tippaṇī-śabdakoṣādi samanvita

रिष्ट समुच्चय : प्राकृत मूल-संस्कृत छाया-आंग्ल भाषा अनुवाद-विस्तृत प्रस्तावना-टिप्पणी-शब्दकोष आदि समन्वित

タイトル読み

रिष्ट समुच्चय : प्राकृत मूल-संस्कृत छाया-आंग्ल भाषा अनुवाद-विस्तृत प्रस्तावना-टिप्पणी-शब्दकोष आदि समन्वित

Rishṭasamuccaya : Prākr̥tamūla-Saṃskr̥tacchāyā-Āṅglabhāshānuvāda-vistr̥ta prastāvanā-tippaṇī-śabdakoshādi samanvita

統一タイトル

Riṣṭasamuccaya

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注記

Original text in Prakrit; translation in Sanskrit and English; introductory matter in English

Added t.p. in English

"Critically edited with exhaustive introduction, English translation, Sanskrit chāyā, notes, appendix, indices etc. by A.S. Gopani ; foreword by H.D. Velankar"--Added t.p

PUB: Bombay : Bharatiya Vidya Bhavan

Summary: Verse work on prognostics portending death (riṣṭa) according to the Ayurvedic system in Indic medicine

Bibliography: p. [171]-174

Includes index

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