सुमतिसूरिकृत तथा अज्ञातविद्वत् कर्तृक प्राकृतभाषा ग्रथित जिनदत्ताख्यान द्वय

書誌事項

सुमतिसूरिकृत तथा अज्ञातविद्वत् कर्तृक प्राकृतभाषा ग्रथित जिनदत्ताख्यान द्वय

संपादक, अमृतलाल मोहनलाल, भोजक

(सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थांक 27)

सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ, भारतीय विद्या भवन, 1953

1. आवृत्ति

タイトル別名

Two Jinadattākhyāna in Prākrita

प्राकृतभाषाग्रथित जिनदत्ताख्यान द्वय

सुमति सूरि कृत तथा अज्ञात विद्वत् कर्तृक प्राकृत भाषा ग्रथित जिनदत्त आख्यान द्वय

प्राकृत भाषा ग्रथित जिनदत्त आख्यान द्वय

タイトル読み

सुमति सूरि कृत तथा अज्ञात विद्वत् कर्तृक प्राकृत भाषा ग्रथित जिनदत्त आख्यान द्वय

Sumatisūrikr̥ta tathā Ajñātavidvat kartr̥ka Prākr̥tabhāshā grathita Jinadattākhyāna dvaya

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注記

Text in Prakrit; prefatory matter in Gujarati

Hindi and English titles on added t.p.

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詳細情報

  • NII書誌ID(NCID)
    BA34927501
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    hin
  • 本文言語コード
    praguj
  • 出版地
    मुंबई
  • ページ数/冊数
    16, 92 p., [1] leaf of plates
  • 大きさ
    25 cm
  • 親書誌ID
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