जिनके मकान ढ़हते [i.e. ढहते] हैं

書誌事項

जिनके मकान ढ़हते [i.e. ढहते] हैं

संपादक, रमेश बक्षी

इन्द्रप्रस्थ प्रकाशन, 1979

1. संस्करण

タイトル別名

Jinke makan dhehte hain

Jinke makan rhahte hain

Jinke makān ṛhahte [i.e. ḍhahte] haiṃ

Svīkārānt

Nirmam

Bardāśt bāhar

Ek--binā rīṛh kā

Svīkār

Āī em Liyo

Unnatiśīl

आई एम लिओ

タイトル読み

Jinake makāna ṛhahate [i.e. ḍhahate] haiṃ

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注記

Short stories

In Hindi

"Jinke makan dhehte hain"--T.p. verso

PUB: Dillī : Indraprastha Prakāśana

収録内容

  • स्वीकारान्त / सुदर्शन चोपड़ा
  • निर्मम / सुधा अरोड़ा
  • बर्दाश्त बाहर / अचला शर्मा
  • एक--बिना रीढ़ का / सुकीर्ति गुप्ता
  • स्वीकार / सुमति अय्यर
  • आई एम लियो / पृथ्वीराज मोंगा
  • उन्नतिशील / सुरेन्द्र अरोड़ा
  • जिनके मकान ढहते हैं / रमेश बक्षी

詳細情報

  • NII書誌ID(NCID)
    BA41767609
  • LCCN
    79905006
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    hin
  • 本文言語コード
    hin
  • 出版地
    दिल्ली
  • ページ数/冊数
    130 p.
  • 大きさ
    19 cm
  • 分類
  • 件名
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