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Pārśvanātha Vidyāpīṭha series
Pārśvanātha Vidyāpīṭha
- タイトル別名
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Parśwanātha Vidyāpīṭha series
Paarshvanath Vidyapeeth series
Pārśwanātha Vidyāpīṭha series
Parshvanath Vidyapeeth series
P. V. series
पार्श्वनाथ विद्यापीठ ग्रन्थमाला
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注記
General editor: Sagarmal Jain
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1
- प्राकृत-हिन्दी कोश : पं० हरगोविन्ददास त्रिकमचन्द सेठ कृत पाइअ-सद्द-महण्णवो का किञ्चित् परिवर्तित रूप
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सम्पादक, के॰ आर॰ चन्द्र
पार्श्वनाथ विद्यापीठ , प्राकृत भारती अकादमी 2011 2. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 171 , Prakrit Bharti series 304
所蔵館1館
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2
- Chapters on passions (Kasāya-pāhuḍa : Kasāya-prābhṛta)
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by Ācārya Guṇadhara ; English translation of verses with notes, translator, N.L. Jain
Śrī Bhāratavarṣīya Digambara Jaina (Dharma-Saṅrakṣiṇi) Mahāsabhā , Pārśvanātha Vidyāpīṭha 2005 1st ed Pārśvanātha Vidyāpīṭha series no. 148
所蔵館3館
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3
- ज्ञाताधर्मकथांग का साहित्यिक एवं सांस्कृतिक अध्ययन
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लेखक, राजकुमारी कोठारी ; सम्पादक, विजय कुमार
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2003 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 141
所蔵館1館
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4
- स्थानकवासी जैन परम्परा का इतिहास
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सागरमल जैन, विजय कुमार
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2003 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 140
所蔵館1館
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5
- Pristine Jainism : beyond rituals and superstitions
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by S.M. Jain
Parshwanath Vidyapeeth 2003 Pārśvanātha Vidyāpīṭha series no. 143
所蔵館1館
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6
- जैन-धर्म में अहिंसा
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लेखक, बशिष्ठनारायण सिन्हा
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2002 2. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 17
所蔵館1館
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7
- हिन्दी गद्य के विकास में जैन मनीषी पं॰ सदासुखदास का योगदान
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लेखिका, मुन्नी जैन
पार्श्वनाथ विद्यापीठ , श्री दिगम्बर जैन सिद्धकूट चैत्यालय टेम्पल ट्रस्ट 2002 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 136
所蔵館1館
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8
- समाधिमरण
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लेखक, रज्जन कुमार ; सम्पादन, सागरमल जैन, विजय कुमार
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2001 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 124
所蔵館1館
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9
- अलंकारदप्पण : प्राकृत में एक मात्र उपलब्ध जैन अलङ्कार ग्रन्थ
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अनुवादक, भँवरलाल नाहटा ; व्याख्याकार, सुरेशचन्द्र पाण्डे ; संपादक, भागचन्द्र जैन भास्कर
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2001 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 98
所蔵館1館
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10
- तत्त्वार्थसूत्र : विवेचनसहित
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वाचक, उमास्वातिविरचित ; विवेचक, सुखलाल संघवी
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2001 5. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 22
所蔵館1館
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11
- अचलगच्छ का इतिहास
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लेखक, शिवप्रसाद
पार्श्वनाथ विद्यापीठ , प्राकृत भारती अकादमी 2001 Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 135 , Prakrit Bharti series 141
所蔵館2館
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12
- श्रावकधर्मविधिप्रकरण : मूल, हिन्दी व अंग्रेजी अनुवाद तथा विस्तृत भूमिका
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हरिभद्रसूरि प्रणीत ; हिन्दी अनुवाद एवं सम्पादन, विनयसागर ; अंग्रेजी अनुवाद, सुरेन्द्र बोथरा ; भूमिका, सागरमल जैन
प्राकृत भारती अकादमी , पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2001 Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 132 , Prakrit Bharti series 134
所蔵館3館
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13
- जैन एवं बौद्ध योग : एक तुलनात्मक अध्ययन
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लेखिका, सुधा जैन ; संपादक, विजय कुमार
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 2001 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 128
所蔵館1館
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14
- जैन दर्शन के नवतत्त्व
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लेखिका, धर्मशीला ; सम्पादक, सागरमल जैन
प्राच्य विद्यापीठ , पार्श्वनाथ विद्यापीथ , रिसर्च फाउण्डेशन फार जैनोलाजी , श्री गुजराती श्वे॰ स्था॰ जैन-एसोसिएशन 2000 1. संस्करण प्राच्य विद्यापीथ ग्रन्थमाला सं॰ 1 , Pārśvanātha Vidyāpīṭha series सं॰ 134
所蔵館1館
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15
- जिनवाणी के मोती
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दुलीचन्द जैन ; सम्पादन एवं भूमिका, सागरमल जैन
पार्श्वनाथ विद्यापीठ , जैन विद्या अनुसंधान प्रतिष्ठान 2000 2. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 129
所蔵館1館
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16
- The Jaina world of non-living : the non-living in Tattvārthasūtra : English translation with notes on chapter five of Tattvārtha-Rājavārtika of Akalaṅka (royal-semi-aphorismic explanatory of reals) on Tattvārtha-sūtra (treatise on reals) by Ācārya Umāsvāmi
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N.L. Jain
Pārśwanātha Vidyāpītha , Pradyuman Zaveri 2000 Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 131
所蔵館2館
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17
- तपागच्छ का इतिहास
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शिवप्रसाद
पार्श्वनाथ विद्यापीठ , प्राकृत भारती अकादमी 2000 Prakrit Bharti series 138 , Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 134
भाग 1, खण्ड 1
所蔵館3館
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18
- अष्टकप्रकरणम्
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हरिभद्रसूरि विरचित ; अनुवादक, अशोक कुमार सिंह ; सम्पादक, सागरमल जैन
पार्श्वनाथ विद्यापीठ , प्राकृत भारती अकादमी 2000 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 102 , Prakrit Bharti series 135
所蔵館4館
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- वसुनन्दि-श्रावकाचार
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वसुनन्दी विरचित ; व्याख्याकार, मुनि सुनील सागर ; सम्पादक, भागचन्द्र जैन
पार्श्वनाथ विद्यापीठ 1999- 1. संस्करण Pārśvanātha Vidyāpīṭha series 131
पूर्वार्द्ध
所蔵館1館
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20
- Jaina literature & philosophy
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Sagarmal Jain ; editor, Ashok Kumar Singh
Pārśvanātha Vidyāpīṭha 1999 1st ed Pārśvanātha Vidyāpīṭha series no. 106
所蔵館3館