श्री-असग-विरचितं वर्धमानचरितम् : हिन्दी अनुवाद, आलोचनात्मक प्रस्तावना आदि सहित

書誌事項

श्री-असग-विरचितं वर्धमानचरितम् : हिन्दी अनुवाद, आलोचनात्मक प्रस्तावना आदि सहित

सम्पादक तथा अनुवादक, पन्नालाल जैन

(जीवराज जैन ग्रंथमाला, हिन्दी विभाग ; पुष्प 23)

जैन संस्कृति संरक्षक संघ, 1974

タイトル別名

Asaga's Vardhamāna-charitam

श्री असग विरचितम् वर्धमान चरितम् : हिन्दी अनुवाद आलोचनात्मक प्रस्तावना आदि सहित

Asaga's Vardhamana charitam

श्री असग विरचितं वर्धमान चरितम्

タイトル読み

Śrī Asaga viracitaṃ Vardhamānacaritam : Hindī anuvāda, ālocanātmaka prastāvanā ādi sahita

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注記

Description based on 1st ed

1st ed.: 1974 -- 2. आवृत्ति: 2001

Text in Sanskrit & Hindi; introductory matter in English or Hindi

Added t.p. in English

1st ed., series number on cover: 24

1st ed., on cover: भगवान महावीर के २५०० निर्वाण महोत्सव के उपलक्ष्य मे प्रकाशित

2. आवृत्ति, At head of title: भगवान् महावीर के २६०० वें जन्मजयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में पुनर्मुद्रित

"Edited with Hindī trānslation, introduction etc. by Pt. Pannalal Jain, Sāhityāchārya, Ph.D."--Added t.p

"Published by Lālchand Hirāchand, Jaina Saṃskṛti Saṃrakṣaka Sangha, Sholapur"--Added t.p

Includes indexes & table of errata

2. आवृत्ति, added t.p. in English: Asaga's Vardhamana charitam

2. आवृत्ति, added t.p. in English: edited with Hindi translation, introduction etc. by Pt. Pnannalal Jain, Sahityacharya, Ph.D.

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詳細情報

  • NII書誌ID(NCID)
    BA56766621
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    hin
  • 本文言語コード
    sanhin
  • 出版地
    सोलापुर
  • ページ数/冊数
    40, 320 p., [1] leaf of plates
  • 大きさ
    25 cm
  • 分類
  • 親書誌ID
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