अकलंकग्रन्थत्रयम् : स्वोपज्ञविवृतिसहितं लघीयस्त्रयम्, न्यायविनिश्चयः, प्रमाणसंग्रहश्च : न्यायाचार्य पं॰ महेन्द्रकुमारशास्त्रिनिर्मितटिप्पणादिसहितम्
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अकलंकग्रन्थत्रयम् : स्वोपज्ञविवृतिसहितं लघीयस्त्रयम्, न्यायविनिश्चयः, प्रमाणसंग्रहश्च : न्यायाचार्य पं॰ महेन्द्रकुमारशास्त्रिनिर्मितटिप्पणादिसहितम्
(सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थाङ्कः 12)
संचालक-सिंघी जैन ग्रन्थमाला, 1939
1. आवृत्ति
- Other Title
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Akalaṅka granthatrayam (svopajñavivṛti-sahitam Laghīyastrayam, Nyāyaviniśćayaḥ, Pramāṇasaṅgrahaśća) of Śrī Bhattākalaṅkadeva
- Title Transcription
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अकलंक ग्रन्थ त्रयम् : स्व उपज्ञ विवृति सहितं लघीयः त्रयम्, न्याय विनिश्चयः, प्रमाण संग्रहः च : न्याय आचार्य पं॰ महेन्द्रकुमारशास्त्रि निर्मित टिप्पण आदि सहितम्
Akalaṅkagranthatrayam : svopajñavivr̥tisahitaṃ Laghīyastrayam, Nyāyaviniścayaḥ, Pramāṇasaṃgrahaśca : Nyāyācārya Paṃ. Mahendrakumāraśāstrinirmitaṭippaṇādisahitam
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Added t.p. in English
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