कुन्द-कुन्द प्राभृत संग्रह : कुन्दकुन्दाचार्य के प्रवचनसार, पञ्चास्तिकाय, नियमसार और षट्प्राभृत, से विषयवार संकलित तथा द्वादशानुप्रेक्षा, दशभक्ति और समयसार सम्पूर्ण, हिन्दी अनुवाद सहित
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कुन्द-कुन्द प्राभृत संग्रह : कुन्दकुन्दाचार्य के प्रवचनसार, पञ्चास्तिकाय, नियमसार और षट्प्राभृत, से विषयवार संकलित तथा द्वादशानुप्रेक्षा, दशभक्ति और समयसार सम्पूर्ण, हिन्दी अनुवाद सहित
(जीवराज जैन ग्रंथमाला, no. 9)
गुलाबचंद हीराचंद दोशी, जैन संस्कृति-संरक्षक- संघ, 1960
- タイトル別名
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Kunda-kunda prabhrita sangraha
कुन्द कुन्द प्राभृत संग्रह : कुन्दकुन्द आचार्य के प्रवचन सार पञ्च अस्ति काय नियम सार और षष् प्राभृत से विषय वार संकलित तथा द्वादश अनुप्रेक्षा दश भक्ति और समय सार सम्पूर्ण हिन्दी अनुवाद सहित
- タイトル読み
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कुन्द कुन्द प्राभृत संग्रह : कुन्दकुन्द आचार्य के प्रवचन सार पञ्च अस्ति काय नियम सार और षष् प्राभृत से विषय वार संकलित तथा द्वादश अनुप्रेक्षा दश भक्ति और समय सार सम्पूर्ण हिन्दी अनुवाद सहित
Kunda-kunda prābhr̥ta saṅgraha : Kundakundācārya ke pravacanasāra, pañcāstikāya, niyamasāra aura shaṭprābhr̥ta, se vishayavāra saṅkalita tathā dvādaśānuprekshā, daśabhakti aura samayasāra sampūrṇa, Hindī anuvāda sahita
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注記
Text in Prakrit and Hindi; introductory matter in Hindi
Added t.p. in English
"Compiled from Kundakunda's works by Kailash Chandra Jain" -- Added t.p
"Published by Gulabchand Hirachand Doshi, Jain Sanskriti Sanrakshaka, Sholapur"--Added t.p
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