नम्मयासुन्दरी कहा : प्राकृतभाषा-निबद्धा : देवचन्द्रसूरिकृत संक्षिप्त प्राकृत कथा, जिनप्रभसूरिकृत अपभ्रंशभाषामय नमयासुन्दरी सन्धि, तथा मेरुसुन्दरकृत गूर्जरभाषागद्यमय बालावबोधसमन्वित

Bibliographic Information

नम्मयासुन्दरी कहा : प्राकृतभाषा-निबद्धा : देवचन्द्रसूरिकृत संक्षिप्त प्राकृत कथा, जिनप्रभसूरिकृत अपभ्रंशभाषामय नमयासुन्दरी सन्धि, तथा मेरुसुन्दरकृत गूर्जरभाषागद्यमय बालावबोधसमन्वित

महेन्द्रसूरि-विरचिता ; संपादनकर्त्री, कुमारी प्रतिभा त्रिवेदी

(सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थाङ्क 48)

सिंघीजैनशास्त्र शिक्षापीठ, भारतीयविद्या भवन, 1960

1. आवृत्ति

Other Title

Nammayā sundarī kahā, a Prakrit work, of Mahendra Sūri

श्रीमहेन्द्रसूरि-विरचिता प्राकृतभाषा-निबद्धा नम्मयासुन्दरी कहा

नम्मया सुन्दरी कहा : प्राकृत भाषा-निबद्धा : देवचन्द्र सूरि कृत संक्षिप्त प्राकृत कथा, जिनप्रभ सूरि कृत अपभ्रंश भाषा मय नमया सुन्दरी सन्धि, तथा मेरुसुन्दर कृत गूर्जर भाषा गद्य मय बाल अवबोध समन्वित

श्री महेन्द्र सूरि-विरचिता प्राकृत भाषा-निबद्धा नम्मया सुन्दरी कहा

Title Transcription

नम्मया सुन्दरी कहा : प्राकृत भाषा-निबद्धा : देवचन्द्र सूरि कृत संक्षिप्त प्राकृत कथा, जिनप्रभ सूरि कृत अपभ्रंश भाषा मय नमया सुन्दरी सन्धि, तथा मेरुसुन्दर कृत गूर्जर भाषा गद्य मय बाल अवबोध समन्वित

Nammayāsundarī kahā : Prākr̥tabhāṣā-nibaddhā : Devacandrasūrikr̥ta saṅkṣipta Prākr̥ta kathā, Jinaprabhasūrikr̥ta Apabhraṃśabhāṣāmaya Namayāsundarī sandhi, tathā Merusundarakr̥ta Gūrjarabhāṣāgadyamaya Bālāvabodhasamanvita

Available at  / 5 libraries

Search this Book/Journal

Note

In Prakrit, Apabhraṃśa and Gujarati; prefatory matter in Gujarati

Added t.p. in Prakrit and English

Romanized publishing data: Bambaī : Siṅghījainaśāstra Śikṣāpīṭha, Bhāratīyavidyā Bhavana

Related Books: 1-1 of 1

Details

Page Top