कुन्दकुन्दाचार्य के तीन रत्न : पंचास्तिकाय, प्रवचनसार और समयसारका विषय परिचय

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書誌事項

कुन्दकुन्दाचार्य के तीन रत्न : पंचास्तिकाय, प्रवचनसार और समयसारका विषय परिचय

लेखक, गोपालदास जीवाभाई पटेल ; अनुवादक, शोभाचन्द्र भारिल्ल

(भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला, हिन्दी ग्रन्थांक ; 4)

भारतीय ज्ञानपीठ, 1967

2. संस्करण

タイトル別名

कुन्दकुन्द आचार्य के तीन रत्न : पंच अस्तिकाय प्रवचन सार और समय सारका विषय परिचय

Kundakundāchārya ke tīna ratna

タイトル読み

कुन्दकुन्द आचार्य के तीन रत्न : पंच अस्तिकाय प्रवचन सार और समय सारका विषय परिचय

Kundakundācārya ke tīna ratna : pañcāstikāya, pracanasāra aura samayasārakā vishaya paricaya

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注記

In Hindi

Other title from t.p. verso

"[Author], Gopaldas Jivabhai Patel" -- T.p. verso

"First edition 1948" -- T.p. verso

"Bharatiya Jnanpith" -- T.p. verso

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詳細情報

  • NII書誌ID(NCID)
    BA6552639X
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    hin
  • 本文言語コード
    hin
  • 出版地
    कलकत्ता
  • ページ数/冊数
    112 p.
  • 大きさ
    19 cm
  • 親書誌ID
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