पुरातनसमयलिखित जैनपुस्तकप्रशस्तिसंग्रह : पाटण, स्तंभतीर्थ, जेसलमेर आदि विविधस्थान संरक्षित जैन ज्ञानभण्डारोपलब्ध पुरातन पुस्तकस्थ प्रशस्ति एवं पुष्पिकालेख समुच्चय

書誌事項

पुरातनसमयलिखित जैनपुस्तकप्रशस्तिसंग्रह : पाटण, स्तंभतीर्थ, जेसलमेर आदि विविधस्थान संरक्षित जैन ज्ञानभण्डारोपलब्ध पुरातन पुस्तकस्थ प्रशस्ति एवं पुष्पिकालेख समुच्चय

सम्पादक, जिनविजय मुनि

(सिंघी जैन ग्रन्थमाला, ग्रन्थांक 18)

भारतीय विद्या भवन, 1943

1. आवृत्ति

  • 1. भाग

タイトル別名

Jaina pustaka praśasti saṃgraha : a collection of praśastis and colophons of ancient manuscripts preserved in the Jain Bhandaras at Patan, Cambay, Jaisalmer, and other places

पुरातन समय लिखित जैन पुस्तक प्रशस्ति संग्रह : पाटण, स्तंभतीर्थ, जेसलमेर आदि विविध स्थान संरक्षित जैन ज्ञान भण्डार उपलब्ध पुरातन पुस्तकस्थ प्रशस्ति एवम् पुष्पिका लेख समुच्चय

タイトル読み

पुरातन समय लिखित जैन पुस्तक प्रशस्ति संग्रह : पाटण, स्तंभतीर्थ, जेसलमेर आदि विविध स्थान संरक्षित जैन ज्ञान भण्डार उपलब्ध पुरातन पुस्तक सथ प्रशस्ति एवम् पुष्पिका लेख समुच्चय

Prātanasamayalikhita Jainapustakapraśastisaṅgraha : Pāṭaṇa, Staṃbhatīrtha, Jesalamera ādi vividhasthāna saṃrakshita Jaina jñānabhaṇḍāropalabdha purātana pustakastha praśasti evaṃ pushpikālekha samuccaya

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注記

In Sanskrit; prefatory matter in Hindi

Added t.p. in English

"Edited by Jina Vijaya Muni"--Added t.p

PUB: Bombay : Bharatiya Vidya Bhavan

Summary: Collection of colophons of selected Jain literary works eulogizing the lineage of authors and copyists; includes editorial introduction about the nature and content of these colophons

Includes indexes

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