परसाई रचनावली
著者
書誌事項
परसाई रचनावली
राजकमल प्रकाशन, 2005
4. संस्करण
- : सैट
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- タイトル別名
-
Parsai rachanavali
Parasāī racanāwalī
Parsai rachnavali
- タイトル読み
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Parasāī racanāvalī
大学図書館所蔵 件 / 全1件
-
1I2/9I2-8/H282B-1/10000250146,
2I2/9I2-8/H282B-1/20000250147, 3I2/9I2-8/H282B-1/30000250148, 4I2/9I2-8/H282B-1/40000250149, 5I2/9I2-8/H282B-1/50000250150, 6I2/9I2-8/H282B-1/60000250151 -
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注記
In Hindi
1. संस्करण, 1985
Summary: Works of a Hindi litterateur
Title on t.p. verso: Parsai rachanavali
v. 1. लघु कथात्मक व्यंग्य रचनाएँ -- v. 2. रानी नागफनी की कहानी (उपन्यास), तट की खोज (दीर्घकथा), कहानियाँ, लघु कथाएँ -- v. 3. ललित, विचारपरक, तथा पत्रात्मक निबन्ध -- v. 4. राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय परिदृश्य को लक्षित व्यंग्य निबन्ध -- v. 5. "सुनो भई साधो" तथा "यह माजरा क्या है" (स्तम्भ लेखन) -- v. 6. प्रारंभिक लेख, कहानियाँ, निबन्ध, पुस्तकों की भूमिकाएँ, सम्पादकीय आलेख, साक्षात्कार, व्याख्यान तथा "रिटायर्ड भगवान की कथा" (उपन्यासांश) आदि
収録内容
- 2. रानी नागफनी की कहानी (लघु उपन्यास : फन्तासी)
- तट की खोज (एक दीर्घकथा)
- 5. सुनो भई साधो
- ये माजरा क्या है
- 6. अरस्तू की चिट्ठी (भारत निवासी एक वंशज के नाम)
- कबिरा खड़ा बजार में (काल्पनिक भेंट)
- "वसुधा" के सम्पादकीय
- "वसुधा" में साहित्य-सम्बन्धी चर्चा तथा भाषण आदि
- रिटायर्ड भगवान की आत्मकथा : उपन्यास-अंश
- कहानी, लघुनाटक, किंचित निबन्ध, टिप्पणी, संस्मरण
- लेख, भाषण, वक्तव्य
- परसाई से दो साक्षात्कार
- पूछिए परसाई से