सिद्धसारस्वत-लघुपण्डित-विरचित त्रिपुरा भारती लघुस्तव : सोमतिलकसूरिविरचित विशेषवृत्ति तथा पञ्जिका नाम लघुविवृत्ति समन्वित

著者

書誌事項

सिद्धसारस्वत-लघुपण्डित-विरचित त्रिपुरा भारती लघुस्तव : सोमतिलकसूरिविरचित विशेषवृत्ति तथा पञ्जिका नाम लघुविवृत्ति समन्वित

संपादक, जिनविजय मुनि

(राजस्थान पुरातन ग्रन्थमाला, ग्रन्थांक 1 . संस्कृत-प्राकृत-साहित्य-श्रेणि)

राजस्थान पुरातत्त्व मन्दिर [संचालक], 1952

タイトル別名

सिद्ध सारस्वत लघु पण्डित विरचित त्रिपुरा भारती लघुस्तव : सोमतिलक सूरि विरचित विशेष वृत्ति तथा पञ्जिका नाम लघु विवृत्ति समन्वित

संस्कृत-प्राकृत-साहित्य-श्रेणि

संस्कृत प्राकृत साहित्य श्रेणि

タイトル読み

सिद्ध सारस्वत लघु पण्डित विरचित त्रिपुरा भारती लघुस्तव : सोमतिलक सूरि विरचित विशेष वृत्ति तथा पञ्जिका नाम लघु विवृत्ति समन्वित

Siddhasārasvata-Laghupaṇḍita-viracita Tripurā Bhāratī laghustava : Somatilakasūriviracita Viśeṣavr̥tti tathā Pañjikā nāma Laghuviv̥tti samanvita

大学図書館所蔵 件 / 2

この図書・雑誌をさがす

注記

Text in Sanskrit; prefatory matter in Hindi

"पुरातन हस्तलिखित अनेक आदर्शानुसार पाठशुद्ध्यादि परिष्कृत प्रथमवार प्रकाशित"

PUB: Jayapura, Rājasthāna : Rājasthāna Purātattva Mandira [saṃcālaka]

Includes index

関連文献: 1件中  1-1を表示

詳細情報

  • NII書誌ID(NCID)
    BA80622923
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    hin
  • 本文言語コード
    sanhin
  • 出版地
    जयपुर, राजस्थान
  • ページ数/冊数
    10, 56 p., [5] leaves of plates
  • 大きさ
    25 cm
  • 親書誌ID
ページトップへ