ब्रह्मसूत्रम् : द्वैताद्वैतदर्शनम् : श्रीसुन्दरभट्टरचितसिद्धान्तसेतुकाभिधटीकया श्रीदेवाचार्यप्रणीतसिद्धान्तजान्हव्याख्यव्याख्यानेन समुल्लासितम् Brahmasutra : with a gloss called Dwaitadwaitasiddhantasetuka by Sree Sundara Bhatta, and a commentary called Siddhantajâhnavi by Shree Devacharya
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ब्रह्मसूत्रम् : द्वैताद्वैतदर्शनम् : श्रीसुन्दरभट्टरचितसिद्धान्तसेतुकाभिधटीकया श्रीदेवाचार्यप्रणीतसिद्धान्तजान्हव्याख्यव्याख्यानेन समुल्लासितम् = Brahmasutra : with a gloss called Dwaitadwaitasiddhantasetuka by Sree Sundara Bhatta, and a commentary called Siddhantajâhnavi by Shree Devacharya
(चौखम्बा संस्कृत ग्रन्थमाला, no.94,
Chowkhambâ Sanskṛit Book-Depôt, 1906
- Other Title
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ब्रह्म सूत्रम् : द्वैत अद्वैत दर्शनम् : श्री सुन्दरभट्ट रचित सिद्धान्त सेतुक अभिध टीकया श्री देवाचार्य प्रणीत सिद्धान्त जान्हव्य आख्य व्याख्यानेन समुल्लासितम्
The Brahma Sutra
दशश्लोकी : श्रीगिरिधरप्रपन्नविरचितया लधुमञजूषाख्यव्याख्यया समुल्लासिता = Dashashlokee by Shree Nimbârkâchârya with a commentry called Laghumanjushâ by Shree Giridhar Prapanna
दश श्लोकी : श्री गिरिधर प्रपन्न विरचितया लधुमञजूषा आख्य व्याख्यया समुल्लासिता
- Title Transcription
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ब्रह्म सूत्रम् : द्वैत अद्वैत दर्शनम् : श्री सुन्दरभट्ट रचित सिद्धान्त सेतुक अभिध टीकया श्री देवाचार्य प्रणीत सिद्धान्त जान्हव्य आख्य व्याख्यानेन समुल्लासितम्
Brahmasūtram : dvaitādvaitadarśanam : śrīsundarabhaṭṭaracitasiddhāntasetukābhidhaṭīkayā śrīdevācāryapraṇītasiddhāntajānhavyākhyavyākhyānena samullāsitam
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