श्रीमद्भगवद्गीता : केशवकाश्मीरिभट्टाचार्यकृत-तत्त्वप्रकाशिका-मधुसूदनसरस्वतीकृत-गूढार्थदीपिका-शंकरानन्दकृत-तात्पर्यबोधिनी-श्रीधरस्वामिकृत-सुबोधिनी-सदानन्दकृत-भावप्रकाश-धनपतिसूरिकृत-भाष्योत्कर्षदीपिका-दैवज्ञपण्डितसूर्यकृत-परमार्थप्रपा-राघवेन्द्रकृता-ऽर्थसंग्रहे-त्यष्टटीकोपेता
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श्रीमद्भगवद्गीता : केशवकाश्मीरिभट्टाचार्यकृत-तत्त्वप्रकाशिका-मधुसूदनसरस्वतीकृत-गूढार्थदीपिका-शंकरानन्दकृत-तात्पर्यबोधिनी-श्रीधरस्वामिकृत-सुबोधिनी-सदानन्दकृत-भावप्रकाश-धनपतिसूरिकृत-भाष्योत्कर्षदीपिका-दैवज्ञपण्डितसूर्यकृत-परमार्थप्रपा-राघवेन्द्रकृता-ऽर्थसंग्रहे-त्यष्टटीकोपेता
"गुजराती" मुद्रणालय, 1912-1915
- 1. भागः
- 2. भागः
- 3. भागः
- Other Title
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Shrimad-Bhagavad-geeta : containing eight commentaries of Keshava Kashmiri Bhattacharya called Tattva-prakashika, Madhu-Soodan Sarasvati called Goodhartha-deepika, Shankaranand called Tatparya-bodhini, Shreedhara Swami called Subodhini, Sadanand called Bhawa-prakasha, Dhanapati Soori caled Bhashyotkarsh-deepika, Daivadnya Pandit Surya called Paramartha-prapa, and Raghavendra called Artha-samgraha
श्रीमत् भगवत् गीता : केशव काश्मीरि भट्टाचार्य कृत तत्त्व प्रकाशिका मधुसूदन सरस्वती कृत गूढ अर्थ दीपिका शंकरानन्द कृत तात्पर्य बोधिनी श्रीधर स्वामि कृत सुबोधिनी सदानन्द कृत भाव प्रकाश धनपति सूरि कृत भाष्य उत्कर्ष दीपिका दैवज्ञ पण्डित सूर्य कृत परमार्थ प्रपा राघवेन्द्र कृत अर्थ संग्रह इति अष्ट टीका उपेता
श्रीमद्भगवद्गीता : श्रीवेदव्यासप्रणीतमहाभारतान्तर्गता : तत्त्वप्रकाशिका (निम्बार्क)-मधुसूदनी-शङ्करानन्दी-श्रीधरी-सदानन्दी (भावप्रकाश)-भाष्योत्कर्षदीपिका-परमार्थप्रपा-मध्वसम्प्रदायिनी राघवेन्द्रविवृत्याद्यष्टटीकोपेता
श्रीमत् भगवत् गीता : श्री वेदव्यास प्रणीत महा भारत अन्तर्गता : तत्त्व प्रकाशिका (निम्बार्क) मधुसूदनी शङ्करानन्दी श्रीधरी सदानन्दी (भाव प्रकाश) भाष्य उत्कर्ष दीपिका परमार्थ प्रपा मध्व सम्प्रदायिनी राघवेन्द्र विवृति आदि अष्ट टीका उपेता
श्रीमद्भगवद्गीता : निम्बार्कीय-तत्त्वप्रकाशिकाद्यष्टटीकोपेता
श्रीमत् भगवत् गीता : निम्बार्कीय तत्त्व प्रकाशिका आदि अष्ट टीका उपेता
- Title Transcription
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श्रीमत् भगवत् गीता : केशव काश्मीरि भट्टाचार्य कृत तत्त्व प्रकाशिका मधुसूदन सरस्वती कृत गूढ अर्थ दीपिका शंकरानन्द कृत तात्पर्य बोधिनी श्रीधर स्वामि कृत सुबोधिनी सदानन्द कृत भाव प्रकाश धनपति सूरि कृत भाष्य उत्कर्ष दीपिका दैवज्ञ पण्डित सूर्य कृत परमार्थ प्रपा राघवेन्द्र कृत अर्थ संग्रह इति अष्ट टीका उपेता
Śrīmadbhagavadgītā : Keśavakaśmīribhaṭṭācāryakr̥ta-Tattvaprakāśikā-Madhusūdanasarasvatīkr̥ta-Gūḍhārthadīpikā-Śaṅkarānandakr̥ta-Tātparyabodhinī-Śrīdharasvāmikr̥ta-Subodhinī-Sadānandakr̥ta-Bhāvaprakāśa-Dhanapatisūrikr̥ta-Bhāṣyotkarṣadīpikā-Daivajñapaṇḍitasūryakr̥ta-Paramārthaprapā-Rāghavendrakr̥tā-'rthasaṅgrahe-tyaṣṭaṭīkopetā
- Uniform Title
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Faculty of Letters Library, University of Tokyo印文
1. भागःE:116544815110525,
2. भागःE:116554815110533, 3. भागःE:116564815110541 -
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Note
Text and commentaries in Sanskrit
Added t.p. in English
"Edited by Shastri Jeevarama Lallurama" --Added t.p
Editor of 2. भागः: बाक्रेइत्युपाह्वगङ्गाधरभट्टात्मजमहादेवशर्मा = Mahadeva Gangadhar Bakre; of 3. भागः: दिनकर विष्णु गोखले = Dinker Vishnu Gokhale
PUB: Bombay : The Gujarati Printing Press
""गुजराती" प्रिन्टिंग प्रेस" --Cover
Contents: 1. भागः. प्रथमादिषडध्यायात्मकः = Containing the first six adhyayas -- 2. भागः. सप्तमादिद्वादशाध्यायान्तः = Containing the second six adhyayas -- 3. भागः. त्रयोदशाध्यायमारभ्यासमाप्ति = Containing the last six adhyayas