सचित्र रायपसेणिय (राजप्रश्नीय) सूत्र : द्वितीय उपांग : मूल शुद्ध पाठ, हिन्दी-अंग्रेजी अनुवाद, विवेचन तथा रंगीन चित्रों सहित

書誌事項

सचित्र रायपसेणिय (राजप्रश्नीय) सूत्र : द्वितीय उपांग : मूल शुद्ध पाठ, हिन्दी-अंग्रेजी अनुवाद, विवेचन तथा रंगीन चित्रों सहित

प्रधान सम्पादक प्रवर्त्तक अमर मुनि ; सम्पादक चन्द सुराना सरस ; सह-सम्पादक वरुण मुनि असर शिष्य ; अंग्रेजी अनुवादक राजकुमार जैन

(सचित्र आगम माला, 13. पुष्प)(Prakrit Bharti series, 224)

पद्म प्रकाशन , श्री दिवाकर प्रकाशन , प्राकृत भारती अकादमी, 2007

2. आवृति

タイトル別名

Illustrated Rai-paseniya (Raj-prashniya sutra) (the second Upanga) : original text with Hindi and English translations, elaboration and multicoloured illustrations

राजप्रश्नीय

タイトル読み

Sacitra Rāyapaśeṇiya (Rājapraśnīya) sūtra : dvitīya Upāṅga : mūla pāṭha, Hindī-Aṅgrejī anuvāda, vivecana tathā raṅgīna citroṃ sahita

統一タイトル

Jaina Āgama. Upāṅga. Rāyapaseṇīya

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注記

English, Hindi, and Prakrit

Added t.p. in English

Captions on verso of plates

Summary: Jaina canonical work; with English and Hindi translation

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詳細情報
  • NII書誌ID(NCID)
    BA86700305
  • ISBN
    • 9788189698287
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    pra
  • 本文言語コード
    enghinpra
  • 原本言語コード
    pra
  • 出版地
    दिल्ली,आगरा,जयपुर
  • ページ数/冊数
    24, 432 p., [40] p. of plates
  • 大きさ
    25 cm
  • 分類
  • 親書誌ID
  • 統一タイトルID
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