खरतरगच्छ का बृहद् इतिहास : खरतरगच्छ की मूल परम्परा, १० शाखाएँ, ४ उपशाखाएँ एवं संविग्न-परम्परा का मौलिक इतिहास

Bibliographic Information

खरतरगच्छ का बृहद् इतिहास : खरतरगच्छ की मूल परम्परा, १० शाखाएँ, ४ उपशाखाएँ एवं संविग्न-परम्परा का मौलिक इतिहास

लेखक महोपाध्याय विनयागर ; संयोजन भँवरलाल नाहटा

(Prakrit Bharti series, 161)(मणि पुष्प, 3)

प्राकृत भारती अकादमी, 2005

2. संस्करण

Other Title

Khartar-Gachccha-Ka-Brihat Itihaas, first part

Title Transcription

खरतर गच्छ का बृहद् इतिहास : खरतरगच्छ की मूल परम्परा, १० शाखाएँ, ४ उपशाखाएँ एवं संविग्नपरम्परा का मौलिक इतिहास

Kharataragaccha kā br̥had itihāsa : kharataragaccha kī mūla paramparā, 10 śākhāem̐ 4 upāśākhāem̐ evaṃ saṃvigna paramparā kā maulika itihāsa

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Note

In Hindi

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  • मणि पुष्प

    प्राकृत भारती अकादमी : एम० एस० पी० एस० जी०चेरिटेबल ट्रस्ट , श्री जिनकान्तिसागरसूरि स्मारक ट्रस्ट

  • Prakrit Bharti series

    Rajasthan Prakrit Bharati Sansthan

Details

  • NCID
    BA86702708
  • Country Code
    ii
  • Title Language Code
    hin
  • Text Language Code
    hin
  • Place of Publication
    जयपुर
  • Pages/Volumes
    44, 504 p., [31] p. of plates
  • Size
    25 cm
  • Parent Bibliography ID
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