कृष्णकर्णामृतम् : श्रीकृष्णकर्णप्रिय सुललित पदावली जिसे चैतन्यमहाप्रभु दक्षिणभारत के एक मन्दिर से अपने साथ लाये और अपने अनुयायियों में प्रचारित किया : अन्वय-शब्दार्थ-अनुवाद-व्याख्या सहित
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कृष्णकर्णामृतम् : श्रीकृष्णकर्णप्रिय सुललित पदावली जिसे चैतन्यमहाप्रभु दक्षिणभारत के एक मन्दिर से अपने साथ लाये और अपने अनुयायियों में प्रचारित किया : अन्वय-शब्दार्थ-अनुवाद-व्याख्या सहित
(कृष्णदास संस्कृत सीरीज, 185)
चौखम्बा कृष्णदास अकादमी, 2004
- タイトル別名
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Kr̥ṣṇakarṇāmr̥tam
- タイトル読み
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कृष्ण कर्ण अमृतम् : श्री कृष्ण कर्ण प्रिय सुललित पदावली जिसे चैतन्य महाप्रभु दक्षिण भारत के एक मन्दिर से अपने साथ लाये और अपने अनुयायियों में प्रचारित किया : अन्वय शब्दार्थ अनुवाद व्याख्या सहित
Kr̥ṣṇakarṇāmr̥tam : Śrīkr̥ṣṇakarṇapriya sulalita padāvalī jise Caitanyamahāprabhu Dakṣiṇabhārata ke eka mandira se apane sātha lāye aura apane anuyāyiyoṃ meṃ pracārita kiyā : anvaya-śabdārtha-anuvāda-vyākhyā sahita
- 統一タイトル
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Kr̥ṣṇakarṇāmr̥ta
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注記
Hindi and Sanskrit
Summary: Poem on Krishna, Hindu deity; Sanskrit text with Hindi translation
Added t.p. in English