मेरे प्रिय संभाषण
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書誌事項
मेरे प्रिय संभाषण
नेशनल पब्लिशिंग हाउस, 1986
2. संस्करण
- タイトル別名
-
Mere priya sambhashan
Mātr̥bhūmi devobhav
Bhāshā kā praśn
Hamārā deś aur rāshṭrabhāshā
Sāhitya aur sāhityakār
Sāhitya, saṃskr̥ti aur śāsan
Navīn daśak meṃ mahilāoṃ kā sthān
Kalā aur hamārā citramay sāhitya
Hindī patr-jagat : ek dr̥shṭi
Hindī raṅgmañc
Karuṇā kā sandeśvāhak
- タイトル読み
-
Mere priya sambhāshaṇa
大学図書館所蔵 件 / 全1件
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注記
In Hindi
"Mere priya sambhashan"--T.p. verso
Summary: Collected speeches of a Hindi author delivered at literary meets
収録内容
- शिक्षा का उद्देश्य
- मातृभूमि देवोभव
- भाषा का प्रश्न
- हमारा देश और राष्ट्रभाषा
- साहित्य और साहित्यकार
- साहित्य, संस्कृति और शासन
- नवीन दशक में महिलाओं का स्थान
- कला और हमारा चित्रमय साहित्य
- हिन्दी की सहोदरा मराठी
- हिंदी पत्र-जगत् : एक दृष्टि
- हिंदी रंगमंच-१
- हिंदी रंगमंच-२
- करुणा का संदेशवाहक