आचाराङ्ग : पढ्म सुत-खंध पढ्म अज्झयन : हस्तप्रतों में उपलब्ध प्राचीन शब्द-रूप (पांठों) के आधार पर भाषिक दृष्टि से पुनः सम्पादन

書誌事項

आचाराङ्ग : पढ्म सुत-खंध पढ्म अज्झयन : हस्तप्रतों में उपलब्ध प्राचीन शब्द-रूप (पांठों) के आधार पर भाषिक दृष्टि से पुनः सम्पादन

के.आर. चन्द्र

(विद्या विकास फण्ड, ग्रन्थाङ्क 13)

प्राकृत जैन विद्या विकास फंड, 1997

タイトル別名

आचाराङ्ग : हस्तप्रतों में उपलब्ध प्राचीन पांठों (शब्द-रूप) के आधार पर भाषिक दृष्टि से पुनःसम्पादन : प्रथम श्रुत-स्कन्धः : प्रथम अध्ययन

タイトル読み

आचार अङ्ग : पढ्म सुत खंध पढ्म अज्झयन : हस्त प्रतों में उपलब्ध प्राचीन शब्द रूप (पांठों) के आधार पर भाषिक दृष्टि से पुनः सम्पादन

Āācrāṅga : Paḍhama Suta-khaṃdha Paḍhama Ajjhayaṇa : hastapratoṃ meṃ upalabdha prācīna śabda-rūpa (pāṃṭhoṃ) ke ādhāra para bhāṣika dr̥ṣṭi se punaḥ sampādana

統一タイトル

Jaina Agama. Aṅga. Ācārāṅga

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詳細情報

  • NII書誌ID(NCID)
    BA90804370
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    pra
  • 本文言語コード
    praenghin
  • 出版地
    अहमदबाद
  • ページ数/冊数
    xxviii, 327 p.
  • 大きさ
    22 cm
  • 親書誌ID
  • 統一タイトルID
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