न्यायविनिश्चयविवरणम्

Bibliographic Information

न्यायविनिश्चयविवरणम्

अकलङ्कदेव-प्रणीतस्य न्यायविनिश्चयस्य विवरणभूतं ; वादिराजसूरि-विरचितं ; सम्पादन, महेन्द्रकुमार जैन

(भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला, . संस्कृत ग्रन्थांक||संस्कृत ग्रन्थ अङ्क|||Sanskr̥ta granthāṅka ; 3, 12)

भारतीय ज्ञानपीठ, 2000

2. संस्करण

  • : set
  • 1. भागः
  • 2. भागः

Other Title

Pratyakṣa-prastāva

Nyāyaviniścaya-vivaraṇa of Śrī Vādirāja Sūri : the Sanskrit commentary on Bhaṭṭa Akalaṅkadeva's Nyāyaviniścaya

Nyāyaviniścaya-vivaraṇa of Sri Vadiraja Suri : the Sanskrit commentary on Bhaṭṭa Akalankadeva's Nyāyaviniścaya

प्रत्यक्षप्रस्तावः

अनुमानप्रस्ताव एवं प्रवचनप्रस्ताव

श्रीमद्-भट्टाकलंकदेव- प्रणीतस्य न्यायविनिश्चयस्य विवरणभूतं श्रीमद्-वादिराजसूरि-विरचितं न्यायविनिश्चयविवरणम्

Title Transcription

न्याय विनिश्चय विवरणम्

Nyāyaviniścayavivaraṇam

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Note

In Sanskrit

Title on added t.p. of 4th ed: Nyāyaviniścaya-vivaraṇa of Sri Vadiraja Suri : the Sanskrit commentary on Bhaṭṭa Akalankadeva's Nyāyaviniścaya

"Third edition" published in 2010

Summary: Commentary on Nyāyaviniścaya of Akalaṅka, fl. 720-780, work on Jaina logic

Contents: 1 भागः. प्रत्यक्षप्रस्तावः -- 2 भागः. अनुमानप्रस्ताव एवं प्रवचनप्रस्ताव

Contents of 4th ed (2018): 1 भागः. प्रत्यक्षप्रस्तावः -- 2 भागः. अनुमानप्रस्ताव प्रवचनप्रस्तावश्च

Includes indexes

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