श्री अभिधानराजेन्द्र: : सकल आगमों के समस्त संकलित शब्दों का ससंदर्भ ज्ञानमय कोष अर्थात् जिनागम कुञ्जी

書誌事項

श्री अभिधानराजेन्द्र: : सकल आगमों के समस्त संकलित शब्दों का ससंदर्भ ज्ञानमय कोष अर्थात् जिनागम कुञ्जी

विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी निर्मित

श्री राजेन्द्रसूरि शताब्दि शोध संस्थान, 2014

3. संस्करण / प्रकाशन के प्रेरणादाता विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी

  • 1. भागः
  • 2. भागः
  • 3. भागः
  • 4. भागः
  • 5. भागः
  • 6. भागः
  • 7. भागः

タイトル別名

श्रीअभिधानराजेन्द्रः

タイトル読み

श्री अभिधान राजेन्द्र: : सकल आगमों के समस्त संकलित शब्दों का ससंदर्भ ज्ञानमय कोष अर्थात् जिनागम कुञ्जी

Śrī Abhidhānarājendraḥ : sakala āgamoṃ ke samasta saṃkalita śabdoṃ kā sasandarbha jñānamaya koṣa arthāt jināgama kuñjī

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注記

Includes bibliographical references

Contents: 1. भागः. 'अ' से 'अहोहिय' -- 2. भागः. 'आ' से 'ऊहापत्रत' -- 3. भागः. 'ए' से 'छोह' -- 4. भागः. 'ज' से 'नोमालिया' -- 5. भागः. 'प' से 'भोल' -- 6. भागः. 'म' से 'व्रासु' -- 7. भागः. 'श' से 'ह्व'

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