ID:DA03777998
Jinavijaya, Muniraja
Jinavijaya, Munirāja
Jina Vijaya, Muni
जिनविजय, मुनि
Muni Shri Jinavijayaji
Muni Śree Jinavijayaji
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संपादक, जिनविजय मुनि
राजस्थान पुरातत्त्व मन्दिर [संचालक] 1952 राजस्थान पुरातन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 1 . संस्कृत-प्राकृत-साहित्य-श्रेणि
所蔵館2館
edited by Sukhlalji Sanghavi, and Muni Shri Jinavijayaji
Oriental Institute 1949 Gaekwad's oriental series no. 113
所蔵館11館
जिनेश्वरसूरिविरचित ; संपादक, जिनविजय मुनि
सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ, भारतीय विद्या भवन 1949 सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 11
所蔵館6館
भर्तृहरि-विरचितः ; दामोदर कोसंबी संपादितः
भारतीय विद्या भवन, सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ 1948 1. आवृत्तिः सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 23
所蔵館1館
by Otto Stein ; edited by Jina Vijaya Muni ; with the co-operation of A. S. Gopani
Jaina sahitya samsodhaka pratiṣṭhan , Gurjara Grantharatna Karyakaya (sole agents) 1948 Jaina Sahitya Samsodhaka-studies no. 3
所蔵館3館
by Otto Stein ; edited by Jina Vijaya Muni ; with the co-operation of A.S. Gopani
Jaina Sahitya Samsodhaka Pratiṣṭhan , Sole agents, Gurjara Grantharatna Karyalaya 1948 Jaina Sahitya Samsodhaka-studies no. 3
by Maurice Winternitz ; edited by Jina Vijaya Muni
Jaina Sahitya Samsodhaka Pratiṣṭhan 1946 Jaina Sahitya Samsodhaka-studies no. 2
所蔵館5館
अब्दुल रहमान-कृत ; संपादक, जिनविजय मुनि, तथा हरि वल्लभ भायाणी
भारतीयविद्याभवन 1945 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थङ्क 22
लेखक, जिनविजय मुनि, तथा सुखलाल संघवी
भारतीय विद्या भवन 1945
हरिभद्रसूरिविरचित ; आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये लिखित आंग्लभाषामय सुविस्तृत समालोचनात्मकविशिष्टनिबन्धान्वित ; संपादक, जिन विजय मुनि
भारतीय विद्या भवन 1944 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थक्रमांक 19
所蔵館4館
सम्पादक, जिनविजय मुनि
भारतीय विद्या भवन 1943 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 18
1. भाग
edited with a critical introduction and explanatory and philological notes by Kantilal B. Vyas ; with a foreword by Muni Śree Jinavijayaji
N.M. Tripathi & Co. 1942
प्रभाचन्द्राचार्यविरचित ; सम्पादक, जिन विजय मुनि
सिंघी जैन ग्रन्थमाला 1940 सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 13
सिंघी जैन ज्ञानपीठ 1936 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 2
भिन्न भिन्न पाठभेद और विशेषनामानुक्रम-समन्वित ग्रन्थ, सरल हिन्दी भाषान्तर, ऐतिहासिक-वस्तु-विवेचक अनेकानेक टिप्पनीद्वारा सुविवेचित, तथा सुविस्तृत प्रस्तावना समलङ्कृत सम्पादक, जिन विजय
अधिष्ठाता-सिंघी जैन ज्ञानपीठ 1935 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला no. 6
जिनप्रभसूरिविरचित ; सम्पादक, जिन विजय
सिंघी जैन ज्ञानपीठ 1934- 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 10
सिंघी जैन ज्ञानपीठ 1933 1. आवृत्ति सिंघी जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक 1
edited with English introduction, Sanskrit prastāvanā and pariśiṣṭa by Munirāja Jinavijaya
Central Library 1920 Gaekwad's oriental series no. 14
Central library [1---] Gaekwad's oriental series no. 14